I won't bombard u with sentiments..:)..this is a story of a final year who has tried everything on his self-proclaimed love. ;)
And now he is saying.....
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नहीं है खेल प्रिये|
तुम mechanical की नहली हो, मैं mineral Dep का सत्ती हूँ...
तुम Intel Chip Processor हो, मैं जन्मजात ही बत्ती हूँ|
तुम्हे आदत CCD की, मैं मेस की रोटी खाता हूँ...
तुम फैशन Queen कैम्पस की, मैं कभी-कभार नहाता हूँ|
तेरे चाहने वाले सैकड़ों हैं, मेरे Wingi मेरी उड़ाते हैं..
मुझे Block किया है लोगों ने, तुझे खोज के Friend बनाते हैं|
तुम srijan की भाँती पोपुलर, मैं dep.-freshers के जैसा हूँ,
तुम Foreign training की Stipend हो, मैं Paid Intern का पैसा हूँ|
तुम Rajdhani की AC , मैं main building का पंखा हूँ....
तुम स्वर्ग की भांति दर्शनीय , मैं दहन के बाद की लंका हूँ|
मैं यहाँ के प्रोफ का Lecture हूँ, तुम Top सर्च हो DC की..
मैं Chewtiyon का बकर हूँ, तुम Clge idol pratibimb की |
तुम batch top karne ka celebration, मैं Endsem की रात हूँ...
तुम G.Sec की हो प्रोपोसल, मैं kartavya Volunteer की बात हूँ|
मैं छेदी का टिंकू, तुम Truffle Sundae CCD की..
मैं B.C. Session से बेदखल, तुम नयी सी Topic GD की|
तुझे देख log खुश हो जाते,
मुझे देख "WHAT THE HELL" प्रिये....
अब.................
मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नहीं है खेल प्रिये..
P.S.- No offenses Junta. :)...Inspired frm sumones wall..but a small editing by me.:P
excellent hai yaar..too memorable
ReplyDeletetoo good
ReplyDeletewah..!!....superb lines
ReplyDeleteHey good content posting. Really very good readable content. I share to your blog to my twitter. By regards Web To Print
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